The best Side of Shodashi

Wiki Article



कस्तूरीपङ्कभास्वद्गलचलदमलस्थूलमुक्तावलीका

बिंदु त्रिकोणव सुकोण दशारयुग्म् मन्वस्त्रनागदल संयुत षोडशारम्।

कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।

Darshans and Jagratas are pivotal in fostering a sense of Local community and spiritual solidarity among the devotees. For the duration of these functions, the collective Electrical power and devotion are palpable, as members interact in numerous sorts of worship and celebration.

पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।

ह्रीं‍मन्त्राराध्यदेवीं श्रुतिशतशिखरैर्मृग्यमाणां मृगाक्षीम् ।

हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां

तरुणेन्दुनिभां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥२॥

ह्रीङ्काराम्भोधिलक्ष्मीं हिमगिरितनयामीश्वरीमीश्वराणां

देवस्नपनं उत्तरवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि

Gaining the eye of  Shodashi, kinds thoughts to Many others grow to be more positive, much less critical.  Ones associations morph into a detail of fantastic elegance; a factor of sweetness. This can be the that means with the sugarcane bow which she carries often.

The reverence for Tripura Sundari transcends mere adoration, embodying the collective aspirations for spiritual development and also the attainment of worldly pleasures and comforts.

इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी check here में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।

सर्वभूतमनोरम्यां सर्वभूतेषु संस्थिताम् ।

Report this wiki page